Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-12

सभी ने मिलकर उन दोनों को हॉस्पिटल पहुंचाया और पुलिस को भी सूचना दी कुछ देर बाद पुलिस भी वहां आ गई और अपना काम करने लगी। घर में जगह लगे खून पड़ा हुआ था घर में उसके पति की मौजूदगी नहीं थी इसलिए पहला शक उस पर ही हुआ और मोहल्ले वालों ने भी पुलिस को बयान दिया कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता था आए दिन पर वह अपनी बेटी के साथ भी ऐसा करेगा किसी ने सोचा नहीं था।

कुछ लोग ऐसे भी थे जो रिंकी और उसकी मां का साथ दे रहे थे कि उसके पति ने उसके साथ सही नहीं किया तो कुछ लोग ऐसे भी थे जो उन्हें गलत ठहरा रहे थे कि जरूर इस ने कुछ किया होगा इसलिए उसको गुस्सा आया और उसने यह सब किया। पुलिस अपना काम करके चली गई।

कुछ दिन में वह भी ठीक हो कर घर आ गई पर लोगों का नजरिया अब उन दोनों के लिए बदल गया था । पहले रिंकी की मम्मी को काम पर रखा हुआ था जिसने उन सब लोगों ने अब उसे काम से निकाल दिया था क्योंकि उसके साथ जबरदस्ती हुई थी उसके साथ रेप हुआ था वो भी उसके खुद के पति ने । रेप करने वाला अभी तक आजाद घूम रहा था और जिसके साथ हुआ है लोग उसे ही गलत ठहरा रहे थे।

अब रिंकी की मम्मी के पास ना तो जॉब थी अब घर चलाना मुश्किल हो गया था क्योंकि पहले जो भी पैसे कमाकर रखे तो उन्हें उसका पति शराब पीने में उड़ा देता था और जो बचे हुए थे उन्हे वो अपने साथ लेकर भाग गया और साथ में कुछ गहने थे वो भी लेकर चला गया। पैसे नही होने के कारण अब घर चलाना मुस्किल हो गया था।

रिंकी ने अब स्कूल जाना छोड दिया था। अब वह भी अपनी मां के साथ पैसे कमाने के लिए कुछ करना चाहती थी । उन दोनो के पक्ष में बहुत ही कम लोग थे क्योंकि सभी लोग उन्हें गलत मानते थे। कुछ दिन बाद उसका पति भी मिल गया उसे सजा तो हो गई पर इसका क्या फायदा सरकार ने उसे सजा दिया पर वो दोनो खुद को निर्दोष साबित नहीं कर पाए खुद समाज के सामने ।

समाज आज भी उसको गलत ही मानता है यह कहता है कि इसने अपने खुद के पति को जेल में भिजवाया यह कोई नहीं देखता कि पति ने पत्नी के मान सम्मान को ठेस पहुंचाए और अपनी बेटी के साथ गलत किया क्या होता है । उन दोनो के साथ बीती उसे कभी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

हर एक लड़की के लिए उसके पापा हीरो होते हैं और वह चाहती है कि उसका पति भी उसके पापा के जैसा हो और रिंकी भी ऐसा ही चाहती थी एक समय तक पर उसके पापा तो हैवान निकल गए। वह भी चाहती थी की उसके पापा उसके साथ समय बिताए उसके साथ खेले।

सभी लोग उसे भी गलत ही क्या कहते हैं  जिसके साथ रेप हुआ है।

समाज की मानसिकता को बदल नहीं सकते और ना वह कभी बदली जा सकती है कोई कितना भी सही क्यों न  हो हमेशा गलत ठहरा जाता है चाहे उसकी गलती हो या ना हो

धीरे धीरे दिन बदलने लगे रिंकी और उसकी मां भी ठीक होने लगी जो लोग उसी के पक्ष में थे उन्होंने उन्हे काम पर रखा काम करने के लिए । उसके साथ रिंकी भी जाने लगी अपनी मां का काम में हाथ बंटाने के लिए दिल ।

इन  दिनों में मौली और सलोनी दोनों कॉलेज जाती। मौली का मूड तो ठीक था पर सलोनी को बिल्कुल भी ठीक नहीं था उसके पापा अभी भी उससे बात नहीं कर रहे थे ना वह उनसे कर रही थी। घर का माहोल अभी भी गर्म ही था कल ही उसके पापा ने फिर से मौली के लिए गलत शब्द बोले थे इसलिए वह उन पर और गुस्सा हो गई थी। मौली के मोहल्ले में जो बात हुई है उसके लिए भी उसके पापा ने गलत बोला था कि रिंकी ने ही गलत किया उसके पापा को उसने जेल नहीं भेजना चाहिए था ।

अगर उसका पति जबरदस्ती कर रहा है तो यह उसका हक है एक पति का अपनी पत्नी पर  पूरा का पूरा हक है। उसका पति अगर उसके साथ सेक्स करना चाहता है तो करने देना चाहिए उसे मना नहीं कर सकती और यह यह रेप भी नहीं कहलाता ।

सलोनी अपने पापा की मानसिकता के खिलाफ बोलना तो बहुत कुछ आती थी पर वह बोल नहीं सकती थी बात और बिगड़ जाती है उससे इसलिए वह चुपचाप वहां से बिना खाना खाए अपने कमरे में चली गई। वह भी जानती थी उसके पापा की मानसिकता बहुत खराब है उसके पापा भी उन लोगो मैसे थे जो लड़की को उसके कपड़ो से जज करते है।

उधर आदित्य भी अपने दोस्तों के साथ टाइम बिता रहा था कुछ दिनों बाद कॉलेज प्रोग्राम होने वाला था जिसके लिए अलग-अलग कॉलेज से उनके कॉलेज में आने वाले थे और बहुत सारे प्रोग्राम होने वाले थे। सभी इस में भाग लेना चाहते थे बस वही से बातें चल रही थी स्कूल में मौली भी सोच रही थी संगीत कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उधर आदित्य अपने दोस्तों के साथ एक ड्रामा करने वाला था । वह भी अपना प्लानिंग कर रहा था किस टाइप से क्या करना है इन दिनों में इन लोगों का आमना सामना नहीं हुआ सभी लोग अपने अपने लाइफ में busy थे।

एक औरत  बाजार में सब्जी खरीद रही थी उसके साथ उसका बच्चा भी था यह वही औरत थी जिसकी बेटी कुछ दिन पहले तीन लड़कियों के साथ किटनैप हुई थी और रेप करने के बाद उन्हें मार दिया था। पुलिस ने कुछ  भी पता नहीं किया। उस औरत की लाइफ के यह दो ही सहारा है पर अब उसमें से एक भी गायब हो चुकी थी अब यह उनका बेटा ही था । वही पुलिस वाला उस दिन उसने उसके साथ बदसलूकी की थी वह अपनी गाड़ी से वहां से गुजर रहा था उस औरत को देखकर वह वही रुका। सामान लेकर वहां से जा रही थी तब उसे रोक कर बोलता है तुम्हारी बेटी के बारे में कुछ बात करनी है तो गाड़ी में मैं तुम्हें छोड़ देता हूं तुम्हारे घर।

वह उस पुलिस वाले की बात पर भरोसा करके उसकी गाड़ी में बैठ जाती है क्योंकि जो भी अपनी बेटी को वापस पाना चाहती थी उसे एक उम्मीद की किरण दिखी कि उसकी बेटी वापस आ जाएगी और उस पर भरोसा करकेउसने गलती कर दी। औरत ने घर का दरवाजा खोला और अंदर जाकर पुलिस वाले को बैठने  का बोला । पुलिसवाला बोला एक गिलास पानी मिलेगा और अपने बेटे को अंदर भेज दो इसके सामने बात करना अच्छा नहीं है इसे कमरे में भेज दो।

औरत अपने बच्चे को एक कमरे में लेकर गई और उसे वीडियो गेम चालू करके दे दिया। बच्चा आराम से वीडियो गेम खेल रहा था । उस पुलिस वाले को पानी दिया । उस पुलिस वाले ने अपने साथ लाइव हुई थी वो गन टेबल पर रख दी यह देखकर वह डर गई थी ।

पुलिस वाले ने पानी पिया और उससे बोला मैं जैसा सच बात करूंगा तुम्हारी बेटी के बारे में पुलिस को कोई खबर नहीं है ना लगेगी और वो कहा गई है। यह किसी को पता नहीं हमने हमारी तरफ से पूरी कोशिश की अब वह मिलने से रही। तुम्हारा पति अब इस दुनिया में नहीं रहा और तुम्हारे घर की क्या हालत है तुम भी जानते हो। अगर तुम चाहती हो कि यह बड़ा होकर अच्छा आदमी बने और तुम्हारे घर भी अच्छे से चले तो मैं इसमें तुम्हारी मदद कर सकता हूं।

वह उसकी बात समझ गई थी तो बोली आप यहां से जा सकते हैं मुझे किसी की मदद नहीं चाहिए तो पुलिस वाला बोला जैसी तुम्हारी मर्जी उसने गन उठाई और उस औरत पर तानते हुए बोला अपने बेटे को जिंदा देखना चाहती हो या नहीं औरत। अब डर गई थी वह डरते हुए बोली आप ऐसा नहीं कर सकते आप अपनी वर्दी का गलत फायदा उठा रहे हैं पुलिसवाला गुस्सा हो गया उसने उस औरत को थप्पड़ मारा और बोला तुम मुझे मत सिखाओ कि मैं क्या कर रहा हूं और मुझे क्या करना चाहिए वह उसे एक कमरे में ले गया और दरवाजा बंद किया।

अब चुपचाप जल्दी से कपड़े खोलो वरना तुम्हारा बेटा इस दुनिया से उठ जाएगा उस उस औरत के पास और कोई चारा नहीं था बेटे को बचाने का उसकी बेटी पहले ही चली गई थी। अब वह अपने बेटे को खोना नहीं चाहती थी उसका साथ देने वाला कोई नहीं था और अब उसकी जीने की भी एक ही उम्मीद थी वह उसके लिए कुछ भी कर सकती थी । रोते हुए अपने कपड़े खोलने शुरू किए कुछ देर बाद हुआ उसके सामने बिना कपड़ों में थी ।

पुलिस वाले ने भी अपने कपड़े खोलें उस औरत के शरीर के साथ खेलने लग गया । 1 घंटे  तक उसके शरीर से खेलता था जब उसका मन भर गया तो वो कपड़े पहन कर बोला अगर यह बात तुमने किसी को बताए तो याद रखना ना तुम रहोगी ना तुम्हारा बेटा रहेगा मेरा जब मन होगा मैं यहां आता रहूंगा।

और अगर तुमने चालाकी करने की कोशिश की तो याद रखना उसने पुलिस वाले ने उसको गन दिखाई तो वह कुछ नहीं बोली। पुलिस वाला कपड़े पहन कर वहां से निकल गया औरत बिना कपड़ों के बिस्तर पर पड़ी पड़ी रो रही थी और साथ में खुद भी कोश रही थी और अपनी किस्मत को भी।

वह कुछ नहीं कर सकती भगवान ने पहले उसके पति को छीन लिया फिर उसकी बेटी को अब उसकी इज्जत को भी। वह खुद को बेबस महसूस कर रही थी हिम्मत करके खड़ी होकर अपने कपड़े पहन कर बाहर आई बेटे के कमरे में जाकर देखा तो वहां आराम से खेल रहा था   इन सब चीजों से अनजान उसने खुद को ठीक किया खाना बनाया और बेमन से खाना खाया।

इस औरत का नाम था रंजना है और इसके बेटे का नाम था साहिल और उसकी बेटी का नाम था सोनू।

कमश:
।। जयसियाराम ।।
vishalramawat"सुकून"(जाना)


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10 Comments

Natasha

05-Apr-2023 12:15 PM

Nice

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Radhika

04-Feb-2023 07:58 PM

Nice

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अदिति झा

03-Feb-2023 01:42 PM

Nice 👍🏼

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